छत्तीसगढ़ के 5 खूबसूरत वॉटरफॉल सरकार कर रही है प्रमोट
छत्तीसगढ़, प्राकृतिक सौंदर्य और विविधता से भरपूर एक राज्य है, जो अपनी समृद्ध संस्कृति और ऐतिहासिक धरोहरों के लिए प्रसिद्ध है। इसके अलावा, यहाँ के जलप्रपात (वाटरफॉल्स) भी अत्यधिक सुंदर और आकर्षक हैं। छत्तीसगढ़ सरकार ने इन खूबसूरत जलप्रपातों को प्रमोट करने के लिए कई प्रयास किए हैं। यहाँ हम छत्तीसगढ़ के पांच प्रमुख जलप्रपातों के बारे में चर्चा करेंगे, जो सरकार के प्रमोशन का हिस्सा हैं।
1. चित्रकोट जलप्रपात
चित्रकोट जलप्रपात को “भारत का नियाग्रा” कहा जाता है। यह बस्तर जिले में स्थित है और इंद्रावती नदी पर स्थित है। बारिश के मौसम में, यह जलप्रपात अपने पूरे भव्यता में होता है, जब पानी की धारा चौड़ी होकर विशाल रूप ले लेती है। यह जलप्रपात 95 फीट की ऊंचाई से गिरता है और इसका चौड़ा पनोरमा देखने योग्य है। चित्रकोट जलप्रपात के आसपास की हरियाली और प्राकृतिक सुंदरता इसे एक प्रमुख पर्यटन स्थल बनाती है।
2. तीरथगढ़ जलप्रपात
तीरथगढ़ जलप्रपात भी बस्तर जिले में स्थित है और कोटमसर गुफाओं के निकट है। यह जलप्रपात मलयुर नदी पर स्थित है और करीब 300 फीट की ऊंचाई से गिरता है। इसकी विशेषता यह है कि यह कई स्तरों में विभाजित होता है, जिससे यह एक अद्वितीय दृश्य प्रस्तुत करता है। तीरथगढ़ जलप्रपात का शांत और सुरम्य वातावरण पर्यटकों के लिए एक आदर्श पिकनिक स्थल है।
3. तामड़ा घुमर जलप्रपात
तामड़ा घुमर जलप्रपात, चित्रकोट जलप्रपात के नजदीक ही स्थित है और इसे बस्तर क्षेत्र का एक और रत्न माना जाता है। यह जलप्रपात लगभग 100 फीट की ऊंचाई से गिरता है और इसके चारों ओर की हरियाली इसे और भी आकर्षक बनाती है। तामड़ा घुमर की विशेषता इसकी शांत और स्वच्छ जलधारा है, जो पर्यटकों को एक शांतिपूर्ण और प्राकृतिक अनुभव प्रदान करती है।
4. मंडवा महादेव जलप्रपात
मंडवा महादेव जलप्रपात, छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में स्थित है। यह जलप्रपात सिहावा पर्वत श्रृंखला के समीप स्थित है और लगभग 70 फीट की ऊंचाई से गिरता है। मंडवा महादेव जलप्रपात के पास स्थित मंडवा महादेव मंदिर भी एक प्रमुख आकर्षण है, जो पर्यटकों को आध्यात्मिक अनुभव प्रदान करता है। यहाँ का प्राकृतिक सौंदर्य और शांत वातावरण इसे एक उत्कृष्ट पर्यटन स्थल बनाता है।
5. अमृत धारा जलप्रपात
अमृत धारा जलप्रपात कोरिया जिले में स्थित है और हसदेव नदी पर स्थित है। यह जलप्रपात करीब 90 फीट की ऊंचाई से गिरता है और इसका नाम अमृत धारा इसलिए पड़ा क्योंकि इसका पानी मीठा और ताजगी भरा होता है। इस जलप्रपात के आसपास का क्षेत्र प्राकृतिक सुंदरता और जैव विविधता से भरपूर है। यहाँ का शांतिपूर्ण वातावरण और ताजगी भरी हवा पर्यटकों को एक अद्वितीय अनुभव प्रदान करती है।
सरकार के प्रमोशन के प्रयास
छत्तीसगढ़ सरकार इन जलप्रपातों को प्रमोट करने के लिए विभिन्न प्रयास कर रही है। इनमें बुनियादी ढांचे का विकास, पर्यटकों के लिए सुविधाओं का विस्तार, और इन स्थलों की सुंदरता को सुरक्षित रखने के उपाय शामिल हैं। सरकार द्वारा नियमित रूप से आयोजित पर्यटन उत्सव और अभियानों के माध्यम से भी इन जलप्रपातों की सुंदरता और महत्व को उजागर किया जा रहा है।
इन जलप्रपातों की अद्वितीयता और प्राकृतिक सौंदर्य को प्रमोट करने के प्रयासों से न केवल पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी लाभ होगा। छत्तीसगढ़ के ये खूबसूरत जलप्रपात निश्चित रूप से देश और दुनिया के पर्यटकों को आकर्षित करने में सक्षम हैं।
Read More – छत्तीसगढ़ के शीर्ष 10 पर्यटन स्थल जहां देश विदेश से पर्यटन आते हैं
Read More – छत्तीसगढ़ में मानसून ने दी दस्तक खुद सीएम ने की धान की बुआई जानें इस तारीख से बारिश शुरू हो जाएगी
Read More – बारिश के है आसार छत्तीसगढ़ पाहुंचा मानसून जानिये किन जिलो में होगी बारिश