Delhi New CM Atishi Marlena Oath
आतिशी ने शपथ के बाद केजरीवाल के पाओ छुए, शपथ के बाद बोलीं अगर केजरीवाल को नहीं चुना तो…….
शनिवार को आम आदमी पार्टी की नेता आतिशी ने राज्य की तीसरी महिला सीएम के तौर पर शपथ ली। एक औरत के रुप में सुषमा स्वराज और शीला दीक्षित के बाद आतिशी दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री बनीं। साथ ही गोपाल राय, कैलाश गहलोत, सौरभ भारद्वाज और इमरान हुसैन के अलावा कैबिनेट में सुल्तानपुर माजरा के विधायक मुकेश कुमार अहावलत ने पद एवं गोपनीयता की शपथ भी ली। आतिशी ने दिल्ली की नवीं सीएम के रुप में शपथ लिया।
राजनिवास में उपराज्यपाल (Lieutenant Governor)विनय सक्सेना ने उनको शपथ दिलवाया। साथ ही आतिशी ने शपथ के बाद केजरीवाल के पाओ छूते वक्त अपना भाव जताया। आतिशी दिल्ली की 43 साल की सबसे युवा मुख्यमंत्री हैं। वहीं अरविंद केजरीवाल 45 साल के उम्र में ही मुख्यमंत्री बने थे।
आतिशी ने शपथ ग्रहण के बाद अगले चुनाव में जनता से कहा
सीएम के रुप में एक बार फिर अरविंद केजरीवाल को चुनने की प्रार्थना की। आगे उन्होंने कहा, “अगर अरविंद केजरीवाल को नहीं चुना गया, तो भाजपा दिल्ली की जनता का हाल बुरा कर देगी, न उन्हें मुफ्त की बिजली मिलेगी और न ही मुफ्त का पानी। अरविंद केजरीवाल मेरे बड़े भाई हैं, गुरु हैं। उन्होंने मुझे आज इतना बड़ा मौका दिया, इसके लिए उन्हें बहुत-बहुत धन्यवाद, लेकिन यह मेरे लिए और हम सबके लिए एक भावुक छंद है।”
आतिशी ने अपने पास शिक्षा, फाइनेंस और PWD समेत 13 डिपार्टमैनट रखें हैं। दुसरी ओर सौरभ भारद्वाज को हेल्थ समेत 8 प्रमुख मंत्रालय की जिमेदारी दी गई। वहीं गोपाल राय को मंत्रालय समेत 3 मंत्रालय दिया गया। कैलाश गहलोत को होम और ट्रांसपोर्ट समेत 5 मंत्रालय शोपा गया। इमरान हुसैन को फूड एंड सप्लाई और इलैक्शन मिनिस्ट्री शाेपा। मुलेश अहलावत को रोजगार और श्रम समेत 5 मंत्रालय शोपी। साथ ही आतिशी कालकाजी सीट से 3 बारी विधायक हैं।
शुक्रवार 17 सितम्बर को AAP विधायकों ने केजरीवाल के इस्तीफा देने के बाद आतिशी का नाम मुख्यमंत्री के तौर में फाइनल किया गया था। वहीं शपथ ग्रहण समारोह में आतिशी के माता-पिता, मनीष सिसोदिया, अरविंद केजरीवाल, विपक्ष के नेता विजेंदर गुप्ता और भाजपा सांसद मनोज तिवारी भी शामिल थे।
आतिशी के दिल्ली के सीएम पद की शपथ लेने पर भाजपा नेता अपर्णा यादव ने कहा, “मैं उन्हें बधाई देती हूं, समय बहुत कम है, दिल्ली चुनाव में बहुत कम समय बचा है। इससे पहले वे दिल्ली सरकार में जल मंत्री थीं, लेकिन दिल्ली में यमुना की हालत किसी से छिपी नहीं है। मुख्यमंत्री के तौर पर वह क्या करेंगी ये तो वक्त ही बताएगा, लेकिन मुझे लगता है कि आने वाले चुनाव में दिल्ली की जनता तय करेगी कि उन्हें किसे सता देनी है। मैं उनसे सिर्फ इतना कहूंगी कि अच्छा काम करें।”
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