प्रियंका की कैंसर सर्वाइवर कहानी : स्टेज 3 कैंसर को हराकर, कर रही है स्टेट पीसीएस की तैयारी, चला रही है एनजीओ
प्रियंका कौन है:
प्रियंका जयपुर गुलाबी शहर से दूर ३५ km आगे बगरू जनपद की रहने वाली है इनकी उम्र २४ साल है
इनको जब कैंसर हुआ था तब यह आम लोगो की ही तरह पता नहीं चल पाया था की मुझे कैंसर है आइये जानते है इन्हे कैंसर का पता कैसे चला
प्रियंका को कैंसर का पता कैसे चला :
प्रियंका की कैंसर सर्वाइवर कहानी : स्टेज 3 कैंसर को हराकर, कर रही है स्टेट पीसीएस की तैयारी, चला रही है एनजीओ
2023 में प्रियंका जी पोस्टग्रेजुएशन कर रही थी तभी पता चला की इनके शरीर में निचले हिस्से में दर्द हो रहा है और यह UPSC की तैयारी कर रही थी जब डॉक्टर को दिखाया तो डॉक्टर ने Pain killer दवा दे दी प्रियंका जी को इतना Pain होता था की Daily 3 Pain killer लेना पर जाता था| ज़िंदगी ख़ूबसूरत तरीक़े से चल रही थी फिर अचानक कुछ ऐसा हुआ जिससे इनकी पूरी ज़िंदगी बदल दी जैसे ही इन्हे January में पता चला की 3rd stage of cancer है ये सुनते ही इनके और इनके परिवार पर मानो जैसे दुखों का पहाड़ टूटा डॉक्टर से परामर्श के बाद इनका इलाज चालू हुआ| जिसमें पहले इनका रेडियो थेरेपी session चालू हुआ जिसमें इन्हे कई शारीरिक परेशानियों का सामना करना पड़ा| recovery नहीं होने के कारण Doctor ने इन्हे STOMA Operation के बारे में बताया| यह सुनकर यह पूरी तरह टूट चुकी थी तब इनके पापा और इनकी बहन ने इन्हे बहूत हिम्मत दी| और इन्हे अपने भगवान पर पूरा विश्वास था कि इन्हे इस परिस्थिति से भी जल्द ही निकल जाएँगी | इनका operation 8 घंटे चला इस दौरान इन्हे अस्थमा होने के कारण कई दिक्कतों का सामना करना पड़ा इनका stoma operation हुआ जिसमें इनकी बड़ी आंत को पूरा निकाला गया व पेट से रास्ता बनाया गया operation सफल हुआ जिससे इन्हे एक नई ज़िंदगी मिली परंतु इनका वो time काफ़ी painful रहा यह 11दिन तक वेंटिलेटर पर रही उसके बाद इन्हे 8 कीमोथेरेपी का सामना करना पड़ा जो इनकी इस जर्नी का सबसे painful part रहा| पर इन्होने हिम्मत नहीं हारी और यह जंग जीत ली – बस अब ज़िंदगी को जीना है| अब इनकी यही कोशिश है कि इन्होने और इनके परिवार ने जिस परिस्थिति का सामना किया वो अब किसी को भी सामना ना करना पड़े| अब 24 साल की प्रियंका कैंसर सर्वाइवर हैं। इन दिनों वो स्टेट PCS की तैयारी कर रही हैं। उनके पेट पर अलग से स्टूल पॉट लगा हुआ है। वो आम लोगों की तरह शौचालय नहीं जा सकती हैं। अब पूरी उम्र स्टूल पॉट के सहारे अपनी जिंदगी बिताएगी। स्टूल पॉट एक बैग की तरह होता है, जो पेट से कनेक्ट रहता है।
अब कैंसर मुक्त (ठीक नहीं) लेकिन जीतना!), प्रियंका का मिशन दूसरों को सशक्त बनाना है। उसकी जागरूकता के माध्यम से कार्यक्रम में, वह अपनी यात्रा, भोजन युक्तियाँ और जीवन के सबक साझा कर रही है, एक के लिए मार्ग प्रशस्त कर रही है स्वस्थ, साहसी कल। आज की समझदारी आपको आने वाले कल के दुष्प्रभाव से बचा सकती है
चला रही है एनजीओ : prevention from cancer
प्रियंका जी ने लोगो को कैंसर से मुक्त करने एवं जागरूकता फैलाने के लिए NGO की इस्थापना की है जिसका नाम Prevention from cancer है अर्थात कैंसर से रक्षा | हाल ही में स्कूलों में विधार्थी को समझाया है – बगरू महात्मा गांधी उच्च माध्यमिक विद्यालय में प्रीवेंशन फ्रॉम कैंसर ( prevention from cancer) NGO टीम द्वारा एक कार्यक्रम आयोजित किया गया , जिसमें कैंसर के 3 Stage से बच के आइ हुए प्रियंका नामा और उनके साथी शुभम ( शेरा पंडित) ने बच्चों को देश भर मे हो रहे पेट के कैंसर बचाव और कैंसर के प्रति जागरूकता की बात कही, वर्तमान समय में जो बच्चों का खान-पान हो रहा है, घर का पौष्टिक और संतुलित आहार छोड़कर बाजार का पिज़्ज़ा मोमोज खाने से बच्चों को तेजी से पेट से संबंधित बड़ी परेशानियां देखने को मिल रही है उसके रोकथाम के लिए प्रीवेंशन फ्रॉम कैंसर (prevention from cancer) टीम द्वारा बगरू सरकारी विद्यालय में बच्चों को कैंसर के प्रति जागरूकता की बात करी गयी |
प्रियंका जी बन गयी है मीरा
प्रियंका जी बन गयी है मीरा
जी है प्रियंका जी मीरा की तरह श्री कृष्ण और राधा के प्रेम अर्थात राधाकृष्ण से प्रेम हो गया है दिनभर में जब भी इन्हे समय मिलता है यह प्रभु में लीन हो जाती है भगवान इनके प्रेम से खुश होकर नया जीवन दान भी दिया साथ में एक जिम्मेदारी भी दी है के लोगो की सेवा करे, नई जिंदगी को खुसियो से भरती रहे |